यूपीटीईटी-2017: अमान्य रिजल्ट को लेकर पीड़ित अभ्यर्थियो का परीक्षा नियामक पर हल्ला बोल

शनि सिंह तन्हा के नेतृत्व में PNP पर हल्ला बोल 1500 अभ्यर्थी मौजूद रहे
उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी-टीईटी) 2017 में अमान्य परिणाम के विरोध में सैकड़ों अभ्यर्थियों ने सोमवार को परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय का घेराव किया। बीटीसी, बीएड डिग्रीधारियों और शिक्षामित्रों ने परिणाम घोषित करने की मांग उठाई।
अभ्यर्थियों का कहना है कि उनका टीईटी का परिणाम इनवैलिड (अमान्य) लिखकर आ रहा है। कई अभ्यर्थी ऐसे हैं जिन्होंने रजिस्ट्रेशन नंबर तो सही लिखा है लेकिन रोल नंबर का गोला सही नहीं काला हुआ। परिणाम घोषित नहीं होने के कारण वे 68500 सहायक अध्यापकों की भर्ती के लिए होने वाली परीक्षा से वंचित हो जाएंगे।
सचिव डॉ. सुत्ता सिंह की अनुपस्थिति के कारण अभ्यर्थी उनसे मुलाकात नहीं कर सके। रजिस्ट्रार जीवेन्द्र सिंह ऐरी ने अभ्यर्थियों का प्रत्यावेदन स्वीकार किया। धरना देने वालों में सनी सिंह, संजीव त्रिपाठी, चंदन सिंह, नवीन सिंह, अमन सिंह, अंकित यादव, सूरज सिंह, जयकरन सिंह आदि मौजूद।

         इलाहबाद। टीईटी 2017 के अमान्य परिणाम से असंतुष्ट अभ्यर्थियों भारी संख्या को देखते हुए परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय परिसर में जगह-जगह नोटिस चस्पा कर दी गई थी। नोटिस में सचिव डॉ. सुत्ता सिंह के हवाले से लिखा था कि टीईटी के शासनादेश के मुताबिक परीक्षा में निर्गत ओएमआर शीट पर गलत सूचना अंकित करने, गलत अनुक्रमांक भरने एवं प्रश्नपुस्तिका सीरीज, भाषा विकल्प, विज्ञान या गणित या सामाजिक विज्ञान के गोले को काला न करने पर उसका मूल्यांकन नहीं किए जाने के निर्देश दिए गए थे। इसलिए 15 अक्तूबर को आयोजित टीईटी में उक्त कारणों से अवरुद्ध परिणाम में किसी भी प्रकार के प्रत्यावेदन विचारणीय नहीं होंगे।

Comments

Popular posts from this blog

सहायक अध्यापक के लिए लिखित परीक्षा 12 मार्च को संभावित